लखनऊ, 12 जुलाई(हि.स.)। उत्तर प्रदेश के 22 किसान संगठनों को जोड़कर बने उत्तर प्रदेश किसान मजदूर मोर्चा ने 15 जुलाई को प्रदेशभर के किसानों को लखनऊ में जुटने का आह्वान किया है। यह जानकारी मोर्चा के युवा विंग के अध्यक्ष एसबी सिंह पत्रकारवार्ता के दोरान दी है।
एसबी सिंह ने कहा कि संगठित रुप से किसानों की मांगों पर चर्चा कर चार सूत्रीय मांगों को लेकर ही मुख्य रुप से वार्ता करना चाहते हैं। किसानों की चार मांगों को मान लेने से फिलहाल प्रदर्शन को टाला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि चार सूत्रीय मांगों में क्रमश: 2011 से आजतक किसानों के गन्ने का भुगतान ब्याज सहित किया जाये। गन्ने का मूल्य साढ़े चार सौ प्रति क्विंटल किया जाये। किसानों के हर फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी कानून पास किया जाये। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, बिजली की बढ़ती दरों को तत्काल घटाया जाये।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश किसान मजदूर मोर्चा की ओर से छह जुलाई से आज तक तहसील स्तर पर प्रदर्शन किये गये। अभी तक मांगों को नहीं माना गया है। किसान आगामी 15 जुलाई को गन्ना आयुक्त कार्यालय के बाहर जुटेंगे और पूरजोर तरीके से अपनी मांगों को मनवाने के लिये प्रदर्शन करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार