पूर्व सांसद सर्वेश और जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान की अदावत में ठाकुरद्वारा सीट पर भाजपा प्रत्याशी चुनाव हार गईं।
- पूर्व सांसद की समर्थक संजना सैनी बनी ब्लॉक प्रमुख, BJP प्रत्याशी संतोष बुरी तरह हारी
मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा सीट पर BJP के पूर्व सांसद ने ही BJP प्रत्याशी को बुरी तरह हरवा दिया। भाजपा ने ठाकुरद्वारा ब्लॉक से संतोष सैनी को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन मुरादाबाद के पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह ने संजना सैनी को यहां से नामांकन करा दिया।
निर्दलीय संजना का नामांकन कराने खुद पहुंचे थे पूर्व सांसद
निर्दलीय प्रत्याशी का नामांकन कराने खुद पूव सांसद सर्वेश पहुंचे थे।
सर्वेश खुद संजना का नामांकन कराने पहुंचे थे। शनिवार को नतीजे आए तो संजना सैनी 58 मतों से जीत गईं। BJP उम्मीदवार संतोष रानी को कुल 20 वोट ही मिल सके। कुल 102 मताें में से सर्वेश समर्थक संजना को 80 वोट मिले। दो वोट निरस्त हो गए थे।
जिलाध्यक्ष के घर की पार्टी नहीं है: सर्वेश
BJP के पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह।
मुरादाबाद के पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह ने कहा कि BJP देश की सबसे बड़ा दल है। यह जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान के घर की पार्टी नहीं है। सर्वेश बोले- ‘राजपाल सिंह की मनमानी नहीं चलेगी। जिसे उनका मन करे टिकट दे दें और जिसे नहीं करे उसका टिकट काट दें। ‘ सर्वेश ने कहा- ‘ जिलाध्यक्ष ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जिसका कभी पार्टी से नाता नहीं रहा। हमने संजना सैनी को मैदान में उतारा। जिनके पति ब्रजपाल सैनी उर्फ डॉ वीर सिंह भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं। जिले में उपाध्यक्ष भी रहे हैं।’
ये पार्टी से बगावत, हाईकमान से की शिकायत: राजपाल
भाजपा जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान।
जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान ने कहा कि वह पूरे मामले की रिपोर्ट हाईकमान को भेज चुके हैं। पूर्व सांसद सर्वेश ने खुले तौर पर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय को चुनाव लड़ाया है। यह अनुशासनहीनता है।
राजपाल बोले- ‘मैं मामले में कार्रवाई के लिए रिपोर्ट पार्टी के क्षेत्रीय व प्रदेश नेतृत्व को दे चुका हूं। फैसला नेतृत्व को लेना है।’ जिलाध्यक्ष ने कहा – ‘जिसे चुनाव में उतारा वह पार्टी के वफादार कार्यकर्ता हैं। वर्तमान में बूथ अध्यक्ष भी हैं।’
सर्वेश और राजपाल में है पुरानी अदावत
पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश और भाजपा के जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान में पुरानी अदावत है। ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट कुंवर सर्वेश की ही सीट मानी जाती है। सर्वेश सिंह इस सीट से 5 बार विधायक रहे हैं। सर्वेश के 2014 में सांसद बनने के बाद भाजपा ने यहां से उपचुनाव में राजपाल चौहान को उतारा था। लेकिन सर्वेश ने सपोर्ट नहीं किया। राजपाल चुनाव हार गए।
दो बार हरवा चुके हैं राजपाल काे चुनाव
इसके बाद 2017 में फिर इसी सीट से उतरे राजपाल चौहान को सर्वेश ने दोबारा हरवा दिया था। सर्वेश की इस इलाके में अच्छी पकड़ है। उनके पिता भी मुरादाबाद से सांसद रहे। सर्वेश के बेटे सुशांत सिंह बिजनौर की बढ़ापुर सीट से विधायक हैं।
कई बार पार्टी के खिलाफ जा चुके हैं सर्वेश
कुंवर सर्वेश सिंह अपने बागी तेवरों की वजह से पहचाने जाते हैं। किसी समय उन्होंने अमर सिंह के कहने पर रामपुर से सपा उम्मीदवार रही जयाप्रदा को खुलकर सपोर्ट किया था। दो विधानसभा चुनावों में वह पार्टी प्रत्याशी रहे राजपाल चौहान का खुलकर विरोध कर चुके हैं। हाल ही में हुए एलडीबी चुनावों में भी उन्होंने राजपाल की मुखालफत की थी। सर्वेश कहते हैं, ‘राजपाल चौहान को बार – बार हार का सामना करने की आदत पड़ चुकी है।’
कैंडिडेट को चुनाव लड़ाने भी नहीं आए राजपाल
पूर्व सांसद सर्वेश ने जिलाध्यक्ष पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कैंडिडेट तो घोषित कर दिया। लेकिन राजपाल न तो उनके नाॅमिनेशन में पहुंचे और न ही जीत की कोशिशें कीं।
खबरें और भी हैं…