लखनऊ। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की जरूरतमंद महिलाओं और बेटियों के लिए प्रदेश सरकार की योजनाएं ढाल बनी हैं। मिशन शक्ति अभियान के पहले और दूसरे चरण की सफलता के बाद ये अभियान नवीन ऊर्जा के साथ एक बार फिर से प्रदेश में शुरू हो गया है। जिसको लेकर प्रदेश की महिलाओं और बेटियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। महिला कल्याण विभाग की ओर से मिशन शक्ति अभियान के तीसरे चरण के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। विभाग की ओर से आयोजित इन कार्यक्रमों के जरिए महिलाओं को जागरूक करने के साथ ही उनको प्रदेश सरकार की योजनाओं से सीधे तौर पर महिलाओं को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
महिला कल्याण विभाग के निदेशक मनोज राय ने बताया कि प्रदेश सरकार ने मिशन शक्ति जैसे वृहद अभियान की शुरूआत कर उनके कदमों को विकास पथ पर बढ़ाने का कार्य किया है। राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के लिए संकल्पित है। जिसके तहत “मिशन शक्ति” के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। ऐसे में विभाग की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने के संग ही सरकार की स्वर्णिम योजनाओं से महिलाओं बेटियों को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
स्वावलंबन कैंप के जरिए योजनाओं से जोड़ी गई महिलाएं
विभाग की ओर से प्रदेश में स्वावलंबन कैंप का आयोजन किया गया। जिसके तहत प्रदेश की महिलाओं बेटियों को प्रदेश सरकार की स्वर्णिम योजनाओं से जोड़ा गया। इस स्वावलंबन कैंप में निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना समेत दूसरी अन्य योजनाओं की जानकारी देने के साथ साथ योजनाओं के आवेदन भी एक ही छत के नीचे स्वीकार किए गए। यह अपने आप में एक अनोखा प्रयास था जहां आवेदनकर्ता, सत्यापन अधिकारी तथा अनुमोदन अधिकारी ने एक मंच पर इकठ्ठा होकर प्रक्रिया एक दिन में समाप्त की। इस स्वावलंबन कैंप के जरिए विभिन्न योजनाओं से महिलाओं को जोड़ा गया। जिसके तहत कन्या सुमंगला योजना के लिए 6,314 आवेदन आए जिसमें 4489 आवेदनों को स्वीकार किया गया। निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत 2,002 आवेदन आए जिसमें 1264 आवेदनों को स्वीकार किया गया। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 399 आवेदन आए जिसमें 187 स्वीकृत किए गए इसके साथ ही 169 सामान्य आवेदन भी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आए।
कैंप के जरिए लोगों को किया गया जागरूक
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से मिशन शक्ति अभियान के तीसरे चरण में आयोजित किए गए स्वावलंबन कैंप के जरिए जन जागरूकता कार्यकमों का भी आयोजन किया गया। प्रदेश में आयोाजित स्वावलंबन कैंप के जरिए लोगों को जागरूक किया गया। जिसके तहत 32,057 महिलाओं, 23,951 पुरूषों, 22,882 बालिकाओं और 18,033 बालकों को जागरूक किया गया।