लखनऊ। अबतक सोशल मीडिया पर पॉलिटिकल पार्टियों के पक्ष व विपक्ष, दोनों ही सपोर्टर्स को आपस लड़ते देखा जाता रहा है। लेकिन क्या हो यदि सपोर्टर्स को छोड़ मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री कमान खुद अपने हाथों में ले लें?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ट्विटर पर काफी सक्रिय रहते हैं। यही हाल विपक्ष के नेताओं का भी रहता है। लेकिन मामला तब रोचक हो गया जब यूपी के मुख्यमंत्री के ट्वीट का जवाब पूर्व मुख्यमंत्री ने दिया।
आसल में ब्रहस्पतवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट हुआ।
“हम जीवन में कितने दिन जी रहे हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं है। हमने कैसा जीवन जिया, यह महत्वपूर्ण होता है।”
इस ट्वीट के जवाब में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि
“महत्वपूर्ण ये नहीं है कि हमने कैसा जीवन जिया, महत्वपूर्ण ये है कि हमारी वजह से लोगों ने कैसा जीवन जिया।
भाजपा ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। अब तो भाजपाइयों के प्रवचन तक अच्छे नहीं लगते, उनके दिए गये वचन की तो क्या ही बात करें।
ये वापस लौटने की तैयारी है।
#भाजपा_ख़त्म”
मुख्यमंत्री वा पूर्व मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद से ट्विटर पर एक war सा छिड़ गया जिसमें दोनों पार्टियों के सपोर्टर एक दूसरे के पक्ष में लिखने लगे।
अब देखने वाली बात ये होगी की ट्विटर पर शुरू हुई ये लड़ाई यहीं रुक जाएगी या चुनाव आते-आते ये और बढ़ेगी और एक नए #trend की शुरुआत होगी जिसमें मुख्यमंत्री व पूर्व खुद मोर्चा संभालेंगे।