- आगरा का परिवार अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए आया था
- शुक्रवार की दोपहर डेढ़ बजे हुआ था हादसा, 12 डूबे थे, तीन को गोताखोरों ने बचाया था, 6 की हुई थी मौत-6 बच गए थे
- NDRF के 60 और SDRF के 40 जवान सरयू में डूबे दो लोगों की तलाश कर रहे,
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में शुक्रवार दोपहर सरयू में नहाने के दौरान डूबे 15 में से 2 लोग अभी भी लापता हैं। शनिवार की दोपहर 16 साल की प्रियांशी का शव हादसा वाली जगह से दो किमी दूर बाटी बाबा आश्रम के मिला है। इसके बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या 7 हो गई है। मृतकों में दो महिलाएं, दो पुरुष और तीन बच्चे शामिल हैं। बाकी 6 लोगों को बचा लिया गया था। इनमें से तीन को अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। सभी एक ही परिवार के रहने वाले थे और रामलला के दर्शन करने के लिए आगरा से अयोध्या आए थे।
यह हादसा यहां गुप्तार घाट पर दोपहर डेढ़ बजे हुआ था। तब से NDRF के 60 जवान, SDRF के 40 जवानों के अलावा जल पुलिस और स्थानीय गोताखोर हादसे में डूबे लोगों को खोज रहे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन को 23 घंटे हो चुके हैं।
पत्नी सीता-बेटी की मौत, सदमे में युवक ने पिया सैनिटाइजर
वहीं, पत्नी सीता और करीब 4 साल की बेटी की डूबकर मौत की खबर सुनते ही आगरा से अयोध्या पहुंचे युवक सचिन ने सदमे में सैनिटाइजर पी लिया। आनन-फानन उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, डॉक्टरों ने अब उसकी हालत स्थिर बताई है।
सरयू नदी से किशोरी का शव बरामद किया गया।
स्नान के दौरान फिसली महिलाएं
आगरा के थाना सिकंदरा अंतर्गत शास्त्रीपुरम के ए ब्लॉक के रहने वाले 65 साल के अशोक कुमार आढ़त का काम करते हैं। गुरुवार को वे अपनी पत्नी राजकुमारी, दो बेटों ललित व पंकज और शादीशुदा तीन बेटियों और 5 बच्चों व एक दामाद समेत 15 लोगों के साथ अयोध्या पहुंचे थे। घर पर छोटा दिव्यांग बेटा और बहू और बच्चे मौजूद थे। दोपहर में सभी गुप्तार घाट में स्नान कर रहे थे, तभी परिवार की दो महिलाओं फिसल गईं और नदी के तेज बहाव में फंस गई। उन्हें बचाने के लिए आसपास स्नान कर रहे परिवार के अन्य सदस्य आगे आए। एक-एक कर 15 लोग सरयू के तेज बहाव में फंस गए और बहने लगे। वहां चीख-पुकार मच गई। आवाज सुनकर आसपास के लोगों की सूचना पर पुलिस और गोताखोरों की टीम पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया।
इस दौरान अशोक, उनके दामाद सतीश और नमन नाम का बच्चा जैसे-तैसे तैरकर बाहर आ गए, जबकि 3 लड़कियों को गोताखोरों व आसपास के लोगों ने बचा लिया। महिलाएं समेत परिवार के 9 लोग बह गए। गोताखारों ने तलाश अभियान चलाया तो करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद अशोक की पत्नी राजकुमारी, दो बेटों ललित, पंकज, बेटी दामिनी और उसकी बेटी दृष्टि, नातिन श्रुति के शव मिल गए, जबकि 3 लापता प्रियांशी, जूली व सार्थक का कुछ पता नहीं चल पाया।
इसके बाद लखनऊ से NDRF और गोंडा से SDRF के जवान बुलाए गए। सरयू में जलस्तर बढ़ने के कारण बचाव में परेशानी आ रही है। गुप्तार घाट के आगे के सभी घाटों पर नजर रखी जा रही है। पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चला है। लेकिन अभी तीनों लापता का कोई सुराग नहीं लगा है।
अयोध्या में सरयू में डूबने से अशोक के बड़े बेटे पंकज की मौत हो चुकी है।
सीएम योगी ने लिया था घटना का संज्ञान
अयोध्या के गुप्तार घाट पर 15 लोगों के डूबने की घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर लोगों को जल्द से जल्द रेस्क्यू कराने के निर्देश दिये हैं। लोगों की सकुशल तलाश के लिए पीएसी के गोताखोर लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
घाट पर जल पुलिस के अलावा स्थानीय गोताखोर भी लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं।
कांग्रेस नेता और नाविकों ने प्रशासन पर उठाए सवाल
- गुप्तारघाट पर एक ही परिवार के 15 लोगों के डूबने के मामले पर कांग्रेस नेता शरद शुक्ल ने जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, प्रशासन को घाट पर अनाउंसमेंट की व्यवस्था करनी चाहिए। लोगो को नदी के बहाव के खतरे से सूचित करने के लिए अनाउंसमेंट की व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन नए घाट की व्यवस्था ठीक नहीं है। गुप्तारघाट में सुरक्षा की कोई व्यवस्था ही नहीं है।
रेस्क्यू में जुटे NDRF के जवान।
नाविकों ने कहा- प्राइवेट गोताखोर घाट पर लगें
- गुप्तारघाट के नाविक गोताखोरों ने भी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। प्रशासन से मांग की कि पर्यटकों की बढ़ती आमद को देखते हुए घाटों पर प्राइवेट गोताखोर तैनात किए जाने चाहिए। प्राइवेट गोताखोरों को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। गुप्तारघाट में एक टुकड़ी जल पुलिस की भी होनी चाहिए।
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