- सैनिक स्कूल की स्थापना हीरक जयंती वर्ष समारोह में पहुंचे थे राष्ट्रपति
- गोरखपुर के सैनिक स्कूल का शिलान्यास सीएम योगी की शिक्षा के विकास के प्रति प्रतिबद्धता की निशानी: कोविन्द
- चरित्र निर्माण ही सैनिक स्कूल की पहचान, इसी से राष्ट्र का निर्माण होता है: राष्ट्रपति
- शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ते यूपी के कदमों का श्रेय योगी सरकार को: रामनाथ कोविन्द
सुमित श्रीवास्तव (लखनऊ)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिक्षा के विकास में जो अविस्मर्णीय कार्य किये हैं उनकी शुक्रवार को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने भी खुले मन से प्रशंसा की। राष्ट्रपति लखनऊ में उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल की स्थापना के हीरक जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। उनके साथ उनकी पत्नी सविता कोविन्द भी मंच पर मौजूद थीं।
समारोह में राष्ट्रपति कोविन्द ने 01 हजार सीटों की क्षमता वाले आधुनिक प्रेक्षागृह, संस्थापक डा. संपूर्णानंद की 20 फीट ऊंची प्रतिमा, स्कूल की क्षमता को दोगुनी किए जाने की परियोजना और बालिका छात्रावास के निर्माण का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने यहां डाक विभाग द्वारा जारी एक विशेष डाक टिकट का विमोचन भी किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ के शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में किये गये प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, इसका श्रेय यूपी सरकार को जाता है। मैं यहां के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री समेत पूरी टीम के प्रयास की सराहना करता हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि सीएम योगी ने प्रदेश के लिए 16 नए सैनिक स्कूलों की स्थापना का अनुरोध किया है। हाल ही में गोरखपुर के सैनिक स्कूल का शिलान्यास मुख्यमंत्री की शिक्षा के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा भी मौजूद थे। इससे पहले सीएम योगी ने राष्ट्रपति को शाल और रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका स्वागत किया। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और उनकी पत्नी सरिता कोविन्द का शाल व बरगद का पौधा भेंट किया।
नारी सशक्तिकरण में सैनिक स्कूल कर रहा अविस्मर्णीय कार्य: कोविन्द
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा मुझे ये जानकर प्रसन्नता हुई कि देश का पहला ये सैनिक स्कूल देश की बेटियों के लिए शिक्षा का अवसर प्रदान करने में सर्वप्रथम है। नारी सशक्तिकरण के इन प्रयासों की जितनी सराहना की जाए कम है। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष 15 अगस्त को प्रधानमंत्री जी द्वारा किया निर्णय कि सैनिक स्कूलों ने बेटियों के शिक्षा के अवसर प्राप्त होंगे,जबकि इस सैनिक स्कूल ने इसे 3 वर्ष पहले ही कर दिया गया। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पहली बार एनडीए की परीक्षाओं में इस स्कूल के बेटियां भाग लेंगी, जिससे वीरों के साथ वीरांगनाओं को भी देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा। राष्ट्रापति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि चरित्र निर्माण ही सैनिक स्कूल की विशेषता है, इसी से राष्ट्र निर्माण होता है, मैं इस सभागार में उपस्थित अमर शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के परिवार का मैं हार्दिक अभिवादन करता हूँ, देशवासियों की ओर से राष्ट्र रक्षा में आपके परिवार के बलिदान को नमन करता हूँ।
देश को अनुशासित नागरिक देने का संकल्प: सीएम योगी
उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल की स्थापना के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि स्व.सम्पूर्णानन्द जी जिन्होंने 1960 के कालखंड में इस बात की परिकल्पना की थी कि सैनिक स्कूल होने चाहिए। साल 1962 में चीन से भारत का युद्ध हुआ था, उस वक़्त उस राजनेता ने अपनी दूरदर्शिता से इसे भांप लिया था कि देश को इसकी जरूरत होगी।
सीएम योगी ने कहा कि कृते च प्रतिकर्तव्यम् एष धर्म: सनातन: अर्थात वाल्मीकि रामायण में सनातन धर्म की यही परिभाषा है। इसी समाज में जन्म हुआ है तो इसके प्रति हमारा दायित्व है। व्यक्ति जब तक समाज और धरती के ऋण से उऋण नहीं हो जाता तब तक धर्म का निर्वहन करते रहना है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का पालन करते हुए हमारी सरकार ने संकल्प लिया कि देश को सैनिक स्कूलों की आवश्यकता है,सिर्फ सेना ही नहीं देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी हम अनुशासित नागरिक देश को दे सकें।
सीएम योगी ने कहा कि नींव के पत्थरों को समाज के सामने प्रस्तुत करना हमारा ध्येय है। हमने संपूर्णानंद जी इस परिकल्पना को साकार किया है और इस प्रदेश के पांचवे सैनिक स्कूल का शिलान्यास गोरखपुर में किया है। उन्होंने कहा कि हमने 2018 में ही इस बात का निर्णय लिया कि बालिकाओं के भी सैनिक स्कूलों में प्रवेश होना चाहिए, यही परिकल्पना देश के प्रधानमंत्री जी ने भी की। हमने इस स्कूल की क्षमता को भी दोगुना किया है। उन्होंने कहा कि इस सैनिक स्कूल का नाम 2017 मे स्कूल के ही पूर्व छात्र कारगिल युद्ध के नायक बलिदानी कैप्टन मनोज पांडेय के नाम पर रख भारत माता के महान सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यूपी में पूरी तत्परता से लागू की गई नई शैक्षिक नीति, व सैनिक स्कूल के हीरक जयंती की खुशी व्यक्त की। सैनिक स्कूलों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये कार्य की जमकर तारीफ की।
इस अवसर पर यूपी के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में साल 2017 के बाद से नकल विहीन,तकनीकी का प्रयोग करके सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षाएं सम्पन्न कराने समेत प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली पर जारी प्रयासों से राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को अवगत कराया।