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निर्यातको की समस्या के लिये बनेगा ‘’सारथी एपः सिद्धार्थनाथ सिंह

ekpahel.in

एक पहल (लखनऊ)। वाणिज्य मोहत्सव के अंर्तगत मनाए जा रहे 20 से 26 सितम्बर 2021 तक अखिल भारतीय वाणिज्य सप्ताह का आयोजन वित्त मंत्रालय (भारत सरकार) और एमएसएमई एण्ड एक्सपोर्ट प्रमोशन विभाग (उत्तर प्रदेश सरकार) द्वारा व फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्टी (फिक्की) के सहयोग से किया जा रहा हैं। इस अवसर पर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग उत्तर प्रदेश एवं फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्टी (फिक्की) के सहयोग से 21 और 22 सितंबर को दो दिवसीय राज्य स्तरीय वाणिज्य उत्सव गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किया गया।

वाणिज्य उत्सव के दूसरे व समापन के दिवस पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, राज्य मंत्री सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग उत्तर प्रदेश के चौधरी उदयभान सिंह, वाणिज्य विभाग भारत सरकार के संयुक्त सचिव अनन्त स्वरूप, अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम डा० नवनीत सहगल, इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन महेश देसाई , आयुक्त एवं निदेशक उद्योग उत्तर प्रदेश मनीष चौहान, नेशनल काउंसिल मेम्बर फिक्की एवं सीएमडी एमकेयू के मनोज गुप्ता मौजूद रहे।

कार्यक्रम के दौरान उत्पाद चिन्हीकरण, तकनीक स्थानांतरण व अंतराष्ट्रीय साझेदारों के साथ ज्वाइंट वेंचर पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के समक्ष एक प्रस्तुतिकरण भी किया गया।

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि भारत एक निर्यातक देश बने उस दिशा में प्रधानमंत्री ने इसको लेकर कुछ लक्ष्य रखे हैं, जिसको उत्तर प्रदेश पूरा करने में भरपूर सहयोग करेगा। वैश्विक अर्थव्यवस्था में आने वाले समय में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जिससे भारर वैश्विक अर्थव्यवस्था में चाइना पिछाड़ देगा। साथ ही ग्लोबल सप्लाई चेन का हिस्सा भी बनेगा। हम इस वित्तीय वर्ष प्रदेश के एक्सपोर्ठ को तीन लाख करोड़ के बजाय पांच लाख करोड़ तक ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी के प्रोडेक्ट को एयर फ्रेड कार्गों की सब्सीडी दी दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। साथ ही बताया कि ओडीओपी योजना से उत्तर प्रदेश के निर्य़ात में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी आई है।

उन्होंने कहा कि 15 सेक्टर में हमने 100 प्रोडेक्ट चिह्नित कर 31 दिशों में निर्यात करके भारत सरकार के माध्यम से बढ़ाया जायेगा। हम उत्तर प्रदेश को एक्सपोई हब बनाए जा अग्रसर हैं, जिसमें कई जिलों का चयन किया गया है। एक्सपोर्टर्स को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी वर्षों में जर्मनी, कजाकिस्तान, वियतनाम में लगने वाले एक्पो में भारत भी प्रतिभाग करेगा।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि निर्य़ातकों की समस्यओं के समधान के लिए हर संभव मद्द उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है। इसी क्रम में निर्य़ातकों के लिए “सारथी ऐप” शुरू किया जाएगा, जिससे निर्य़ातकों की समस्याओं का समाधना किया जायेग। साथ ही एक्सपोर्ट प्रोडेक्ट के लिए भी एक अलग से ऐप बनाया जायेगा, इससे निर्यातकों को काफी सुविधा मिलेगी और आने वाले समय में प्रदेश पांचवें स्थान पर नहीं पहले स्थान पर होगा।

वाणिज्य विभाग भारत सरकार के संयुक्त सचिव अनन्त स्वरूप ने कहा कि 17 वीं शताब्दी में विश्व व्यापार में भारत का योगदान 26 प्रतिशत था लेकिन आज भारत का योगदान विश्व व्यापार में मात्र 1.5 प्रतिशत ही रहा गया है। चीन जो वर्ष 1947 में भारत के ही इतना समर्थ था आज विश्व व्यापार में 14 प्रतिशत की भागीदारी के साथ अग्रणी है। भारत के पास निर्यात में आगे बढने की अपार संभावनाये है और हम चीन को पीछे कर सकते है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को निर्यातक देशों की श्रेणी में आगे बढना है तो हमें अपने उत्पादों को विश्व स्तर का बनाना होगा। उतर प्रदेश का निर्यात पिछले कुछ दिनों में 80 हजार करोड़ से बढकर सवा लाख करोड़ हो गया है। उतर प्रदेश ने निर्यात में तीन लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है। भारत का निर्यात 300 बिलियन है जो पिछले 10 वर्षो से रुका हुआ है। 2018-19 में भारत ने 330 बिलियन डालर का निर्यात किया था, लेकिन उसके बाद कोविड के कारण गिरावट आयी थी। लेकिन इस वर्ष प्रधानमंत्री ने 400 करोड़ का टारगेट दिया है जिसे हम निश्चित ही हासिल करेंगे।

राज्य मंत्री सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग उत्तर प्रदेश के चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि देश का सामान जब विदेश जायेगा तो देश की समाज की संस्कृति पूरे विश्व में झलकेगी। उन्होंने कहा कि एक्पोर्ट एक रोजगार के साथ आर्थिक सहायता का साधन भी बताया। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार निर्यातकों के साथ आने वाली समस्याओं को दूर लगातार मंथन कर रही है। उन्होंने कहा कि 2017 के बाद उत्तर प्रदेश की कार्यशैली में अंतर आया है। एक जिला एक उत्पाद योजना से उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए एक अद्वितीय प्रयास किया गया है।

नेशनल काउंसिल मेम्बर फिक्की एवं सीएमडी एमकेयू के मनोज गुप्ता जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के सपने को सच करने की ओर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन पर उत्तर प्रदेश तेजी से विकास की तरफ व प्रदेश की इकनॉमि को बढ़ाने की ओर लगातार अग्रसर है। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी की ओर बढ़ने के वीजन को सच कर रहा है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कोरोनाकाल की विषम परिस्थितियां होने के बावजूद यूपी का निर्यात बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पूरे विश्व में यूपी के लेदर, टेक्सटाइल वुड्स, ग्लास वर्क आदि का ढंगा बजेगा। आज एक्सपोर्ट में उत्तर प्रदेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में केरला, कर्नाटक, वेस्ट बेंगॉल, उड़ीसा जैसे तमाम राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हृदयतल से धन्यवाद करता हूं।

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा उद्योग को बढ़ावा देने व सर्वाधिक एक्सपोर्ट करने वाले वर्ष 2019-20 के 34 एक्सपोर्टर्स व वर्ष 2020-21 के 31 एक्सपोर्टर्स को सम्मानित किया गया। दोनों वित्तीय वर्षों 2019-20 और 2020-21 में सर्वाधिक निकाय मूल्यों के आधार पर श्रेष्ठ व अधिकतम एक्सपोर्ट करने वालों में हार्बोकेम इंडस्ट्रीज, बाराबंकी के आशीष गुप्ता को सभी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के समापन दिवस के दिन शासकीय इंटरवेंशन द्वारा निर्यात अवसर, विदेशी व्यापार नीति तथा निर्यातकों को लाभ, प्रस्तावित ईएफसी का प्रस्तुतीकरण, प्रदेश की निर्यातक समस्याओं पर चर्चा, निर्यात दक्षता संवर्धन, ग्लोबल वेल्यू चेन, इनोवेशन व इण्डस्ट्री 4.0 आदि विषयों पर तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञों ने विस्तार से चर्चा की गई।

वाणिज्य उत्सव में लगी प्रदर्शनी में (भदोही की सिल्क व ऊन से निर्मित कालीन, मेरठ के स्टेनफोर्ड क्रिकेट इंडस्ट्री के बैट, बॉल, लैगगार्ड आदि, फिरोजाबाद के शीशे से निर्मित कैंडल होल्डर, वाराणसी के ब्रिक वर्क जो यूके की क्वालिटी स्टैंडर्ड पर बन रहे जिनका निर्यात यूके, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, मिडिल ईस्ट आदि देशों में भी हो रहा है।) ये सभी आकर्षण का केंद्र रहे। प्रदर्शनी में पहुंचे लोगों ने जमकर शॉपिंग भी की। दो दिवसीय राज्य स्तरीय वाणिज्य उत्सव में लगी प्रदर्शनी में आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, बरेली, फिरोजाबाद, सिद्धार्थ नगर आदि जिलों के 48 स्टॉल लगाए गए हैं। जिनमें पूरे उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के मशहूर ओडीओपी उत्पाद बिक्री योग्य लगाए गए हैं।

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