अवैध खनन की प्रतीकात्मक फोटो।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में अवैध खनन का मामला तूल पकड़ने लगा है। अवैध खनन की शिकायतें सीएम योगी आदित्याथ तक पहुंच गई हैं। जिसके बाद शासन ने मामले की जांच कराने के लिए टीम गठित कर सहारनपुर में भेजी है। जो दो दिन तक रहकर कई बिंदुओं पर जांच करेगी। यहीं नहीं स्थानीय अधिकारियों के खनन माफियाओं से कनेक्शन की जांच करेगी।
अधिकारियों पर लगे थे मिलीभगत के आरोप
अवैध खनन और खनिज परिवहन को लेकर लगातार विभागीय अफसर सवालों के घेरे में रहे हैं। अधिकारियों पर अवैध खनन कराने के आरोप लगते आए है। ऐसी ही शिकायत पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास पहुंची थी। उन्हीं शिकायतों के आधार पर सीएम ने टीम को जांच करने के लिए भेजा है।
जांच टीम में इन अधिकारियों को किया गया है शामिल
खनिकर्म निदेशालय की ओर से जांच टीम बनाई गई है। टीम में संयुक्त निदेशक, ज्येष्ठ खान अधिकारी, भू-भौतिकविद, सहारयक भू वैज्ञानिक, खान निरीक्षक और सर्वेक्षक शामिल किया है। टीम को शासन की ओर से सख्त आदेश है कि वह खनन पट्टों का भौतिक सत्यापन व जांच करें। अवैध खनन के मामले की गंभीरता से पड़ताल करे।
दो दिनों तक रहेगी टीम
लखनऊ से पहुंची टीम दो दिनों तक सहारनपुर में रहेगी। सोमवार की देर शाम टीम खनन विभाग के दफ्तर पर भी पहुंची थी। खनन अधिकारी से स्वीकृत पट्टों सहित अन्य जानकारियां भी जुटाई।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
विभागीय अधिकारी के अनुसार, स्वीकृत खनन क्षेत्रों एवं स्टोन क्रशर, स्क्रीनिंग प्लांटों का भौतिक सत्यापन मंगलवार से शुरू होगा। सीसीटीवी है या नहीं, स्वीकृत खनन के साथ कहां-कहां अवैध खनन हो रहा है। इसकी भी जांच होगी। माफियाओं के रिकॉर्ड खंगाले जाएंगे। खनिजों के भंडारण स्थल, स्टोन क्रशर, स्क्रीनिंग प्लांट पर साइबोर्ड और सीमा स्तंभ की जांच होगी।
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