लखनऊ। देश में सर्वाधिक कोविड टीकाकरण करने वाले राज्य का दर्जा बरकरार रखते हुए उत्तर प्रदेश में टीकाकरण चार करोड़ के पार हो गया है। यूपी में 03 करोड़ 35 लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन की कम से कम एक खुराक ले ली है, जबकि 64 लाख 37 हजार से अधिक लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है। इसके साथ ही, हर नए दिन के साथ महामारी पर नियंत्रण की स्थिति और बेहतर होती जा रही है। ताजा स्थिति के मुताबिक, जनपद अलीगढ़, चित्रकूट, हाथरस, कासगंज, महोबा, श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जिले कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। वहीं, 33 जिलों में सक्रिय मरीजों की संख्या दहाई अंक में हैं, जबकि 34 जिलों में कोरोना के मरीजों की संख्या इकाई अंक में है।
शनिवार को टीम-09 के साथ कोविड हालात की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महामारी की नियंत्रित स्थिति पर संतोष जताया। सीएम ने कहा कि यूपी में हर दिन औसतन ढाई लाख से तीन लाख सैम्पल की जांच की जा रही है, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.04% ही पाई जा रही है। इस स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के मंत्र के अनुरूप सभी जरूरी प्रबंध किए जाएं।टीकाकरण प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रोत्साहित किया जाए।
महाराष्ट्र, केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों से यूपी आ रहे लोगों में कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर सीएम ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बीच सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है। हाई पॉजिटिविटी रेट वाले राज्यों से ट्रेन/हवाई जहाज/बस आदि से समूह में उत्तर प्रदेश आ रहे लोग कोविड पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश आने वाले लोगों की गहन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और टेस्टिंग की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने के लिए भी निर्देशित किया।
इससे पहले, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि विगत 24 घंटे में 02 लाख 63 हजार 450 कोविड सैम्पल की जांच की गई और 81 नए मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि 106 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। इस अवधि में पॉजिटिविटी दर 0.04% रही। वर्तमान में 1,310 एक्टिव केस हैं। 1,114 लोग होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। बीते दिन 40 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 34 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। केवल लखनऊ ही एक ऐसा जिला रहा जहां दहाई अंकों (12) में केस मिले।