- दो खेलों को ‘गोद’ लेगी यूपी सरकार
- पुरस्कृत किए गए टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता और प्रतिभागी
- हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के नाम पर होगी मेरठ की स्पोर्ट यूनिवर्सिटी
लखनऊ। “खेलो इंडिया खेलो” के मूलमंत्र को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने दस सालों के लिए दो खेलों को गोद लेने का एलान किया है। इनमे से एक खेल कुश्ती होगा।
योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रदेश की राजधानी में इकाना स्टेडियम में ओलंपिक खेलों के पदकवीर खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में यह घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने मेरठ में प्रस्तावित खेल यूनिवर्सिटी का नाम हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के नाम पर रखने की घोषणा की। सरकार ने हर गांव में एक खेल का मैदान और हर ग्राम पंचायत स्तर पर ओपन जिम का निर्माण कराने का भी निर्णय किया है। सीएम योगी ने इस अवसर पर पदकवीर खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को कुल 42 करोड़ रुपए से अधिक की सम्मान राशि भेंट की।
इस अवसर पर सीएम योगी ने स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को 2 करोड़, रजत पदक विजेता मीराबाई चानू और रवि दहिया को 1.5 करोड़, कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधु,लवलीना बोरगोहेन और बजरंग पुनिया 1 करोड़ रुपये की सम्मान राशि प्रदान की। इसके अलावा कांस्य जीतने वाली हॉकी की पुरुष टीम के प्रति खिलाड़ी को 1 करोड़ रुपये, महिला हॉकी टीम के सभी सदस्यों को 50 लाख रुपये प्रति खिलाड़ी की सम्मान राशि सौंपी। सीएम ने गोल्फर अदिति अशोक व रेसलर दीपक पुनिया को 50 लाख की धनराशि से सम्मानित किया।
वहीं उत्तर प्रदेश के प्रतिभागी खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि ललित उपाध्याय- 25 लाख अतिरिक्त, वंदना कटारिया- 25 लाख अतिरिक्त, प्रियंका गोस्वामी-25 लाख, अन्नू रानी-25 लाख, सीमा पुनिया-25 लाख, सौरभ चौधरी- 25 लाख ,मेराज अहमद खान- 25 लाख, अरविंद सिंह- 25 लाख, सतीश सिंह- 25 लाख, शिवपाल सिंह- 25 लाख का पुरस्कार दिया गया।
अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खेलों के प्रति हार्दिक लगाव का साक्षी बना। टोक्यो ओलंपिक में देश का मान बढ़ाने वालों का अभूतपूर्व सम्मान कर सीएम ने लखनऊ के इस स्टेडियम में समूचे भारत के खेल व खिलाड़ियों का जीवंत अक्स उकेर दिया। जेवलिन थ्रो के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा, भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष से लेकर सभी ओलंपियन ने एक स्वर से कहा कि अन्य प्रदेशों के खिलाड़ियों पर भी इतना सम्मान, प्यार-दुलार लुटाने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है। सभी ने मुक्त कंठ से इसका श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया। इस भव्य समारोह के जो लोग भी साक्षी बने, उत्साह से बोल पड़े, यह है बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर।
खिलाड़ियों का यह कुंभ इसलिए भी अभूतपूर्व था कि इसमें खेल भावना के साथ देश भावना का संगम नजर आ रहा था। इसमें ओलंपिक दल में शामिल न केवल उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी आमंत्रित थे बल्कि समूचे देश का मान बढ़ाने वाले अन्य राज्यों के खिलाड़ी भी ससम्मान बुलाए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘खेलो इंडिया खेलो’ नारे की मंशा के अनुरूप इस भव्य आयोजन के जरिए मुख्यमंत्री ने खेलों के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। हर खिलाड़ी के लिए खुद भी जोरदार तालियां बजाईं। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी का दावा है कि यूपी सरकार खिलाड़ियों के लिए वह सब कुछ करेगी जो उनके लिए जरूरी है।
खेलों को बढ़ावा देने को पहली बार जमीनी प्रयास
उत्तर प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए पहली बार जमीनी प्रयास सीएम योगी के कार्यकाल में ही शुरू हुआ। गांव-गांव ओपन जिम और मिनी स्टेडियम बन रहे हैं। खेल छात्रावासों में रहने वाले खिलाड़ियों का आहार भत्ता बढ़ाया गया। मेरठ में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है। यही नहीं, सीएम योगी ने ओलंपिक में एकल प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले यूपी के खिलाड़ियों को छह करोड़, रजत पदक जीतने वाले को चार करोड़ और कांस्य पदक विजेता को दो करोड़ रुपये देने की घोषणा की। टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वालों को तीन करोड़, रजत पदक जीतने वालों को दो करोड़ और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये देने के साथ ही ओलंपिक प्रतिभागी यूपी के खिलाड़ियों को 10-10 लाख रुपये देने का ऐलान किया।
खेलों से योगी का रहा है बेहद आत्मिक लगाव
कार्यक्रम में सीएम योगी की व्यस्तता को देखते हुए 75 में से 20 खिलाड़ियों को उनके हाथों सम्मानित करने की रूपरेखा बनाई गई थी। ऐसा हुआ भी। इसके बाद जब संचालक ने सीएम से संबोधन के लिए अनुरोध किया तो उन्होंने अपनी बात रखने से पहले बाकी 55 खिलाड़ियों को भी मंच पर बुलाने का निर्देश दिया। सीएम ने खुद मंच पर बुलवाकर खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी ओलंपियन प्रेममाया, रंजना श्रीवास्तव व प्रीति दुबे के हाथों सम्मानित कराया। इस दौरान खिलाड़ियों को खुद शाबासी देकर और ताली बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। अपने संसदीय कार्यकाल में भी जिला स्तरीय के खेलों से जुड़े संघों को सक्रिय करने का श्रेय भी योगी को ही है।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को मिलेगा राजपत्रित अधिकारी बनने का मौका
प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे खिलाड़ी जिनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, उनको राजपत्रित अधिकारी बनाने का प्रस्ताव भी भेजा जाएगा।
अनुदान राशि को बढ़ाने की बात के साथ खिलाड़ियों के डाइट मनी में भी हुआ इजाफा
खिलाड़ियों के डाइट मनी को ₹250 से बढ़ाकर ₹375 कर दिया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता, अन्य राष्ट्रीय प्रतियोगिता और एशियाई खेलों में अनुदान राशि को भी बढ़ाने की बात सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से कही गई।