मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह और सुहेल देव समाज पार्टी के नेता ओम प्रकाश राजभर की मुलाकात ने सूबे में सियासी हलचल मचा दी है. दोनों की मुलाकात को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और सुभासपा में सुलह-समझौता हो सकता है.
हालांकि दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को व्यक्तिगत बताते हुए राजनीतिक संभावनाओं पर विराम लगा दिया है. शुक्रवार को मुरादाबाद सर्किट हाउस में पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह पहले से मौजूद थे. सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी अचानक यहां पहुंच गए. दोनों नेताओं ने एक दूसरे से नमस्कार के बाद चाय ऑर्डर कर दी और एक कमरे में बात करने लगे.
कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह और ओम प्रकाश राजभर के बीच बातचीत का दौर करीब आधा घंटा चला. फिर क्या था, ओपी राजभर के भाजपा के साथ दोबारा जुड़ने की अटलकों को पंख लग गए. लखनऊ के सियासी गलियारों में चर्चा होने लगी. इसके कुछ देर बाद ओम प्रकाश राजभर और पंचायत राज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इन अटकलों पर विराम लगा दिया. आपको बता दें कि ओपी राजभर यूपी में जन भागदारी संकल्प मोर्चा के संयोजक हैं, इसमें 10 छोटी पार्टियां शामिल हैं.
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी जन भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल है. ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि भूपेंद्र सिंह से उनकी मित्रता है, कैबिनेट में हमारे साथी रहे हैं. इस नाते बात हुई कोई सियासी चर्चा नहीं हुई, एक साथ चाय पी है. पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी साफ कर दिया कि यह सिर्फ सामान्य मुलाकात थी. चाय पी और एक दूसरे का हालचाल जाना, इससे ज्यादा कुछ नहीं रहा. राजभर से किसी तरह की सियासी बातचीत नहीं हुई.