त्रिवेदीगंज (बाराबंकी)। एक गांव में घरेलू कलह के चलते फंदे पर लटके दंपती की जान रस्सी टूटने से बच गई। तीन भाइयों के बंटवारे में विवाह में मिले जेवर नहीं मिलने पर आहत पत्नी के आत्महत्या करने पर पति भी साथ में फंदे पर झूल गया था। जानकारी होने पर पड़ोसियों ने दोनों को घायल अवस्था में सीएचसी में भर्ती कराया।
लोनीकटरा थाना क्षेत्र के तेजवापुर गांव निवासी रमन व इनकी पत्नी जयदेवी ने बृहस्पतिवार को कमरे में पंखे के हुक से रस्सी के सहारे फंदे पर लटककर आत्महत्या की कोशिश की। बताते हैं कि रमन का विवाह तीन साल पहले क्षेत्र के मौलाबाद निवासी जयदेवी से हुआ था। दोनों के एक साल का बेटा है।
विवाह में मिले जेवर ससुर कमला प्रसाद ने अपने पास रख लिए थे। तीन भाइयों में रमन सबसे छोटे हैं। रमन के दो बड़े भारी जयवीर व सचिन हैं। बुधवार को इनके पिता कमला प्रसाद ने तीनों भाइयों का बंटवारा किया और स्वयं का हिस्सा निकालकर दोनों बड़े भाइयों के साथ रहने लगे। एकदम अलग किए जाने से आहत पत्नी जयदेवी ने विवाह में मिले जेवर की मांग की लेकिन पिता के सामने रमन यह बात नहीं कर सका।
इसी बात को लेकर दुखी जयदेवी ने आत्महत्या करने का फैसला लिया। इसके बाद रस्सी लेकर कमरे में गई और पंखे के हुक में फंदा लटका दिया। रमन ने पत्नी के इस कदम को देख स्वयं के लिए भी मौत चुनी और दोनों एक साथ फंदे पर झूल गए। लेकिन दोनों के भाग्य में असमय मौत नहीं लिखी थी और रस्सी टूटने से दोनों की जान बच गई है।
घटना की सूचना पर पड़ोसी व परिवारीजनों ने दोनों को तत्काल सीएचसी त्रिवेदीगंज पहुंचाया जहां इलाज किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गनीमत रही कि इस दंपती की जान बच गई। नहीं तो मासूम बच्चा अनाथ हो जाता। जबकि पुलिस से इस मामले की कोई शिकायत नहीं की गई है।
लोनीकटरा थाना क्षेत्र में दंपती के आत्महत्या करने के प्रयास के मामले की पुलिस से शिकायत नहीं की गई है। यदि कोई शिकायत मिलेगी तो जांच कर उचित कार्रवाई होगी।
-नवीन सिंह, सीओ हैदरगढ़